गोरखपुर । देश भर से प्रवासी श्रमिकों को लेकर ट्रेनें रेलवे स्टेशन गोरखपुर पर आ रही है । रेलवे स्टेशन पर 15 मई से प्रातः 6 बजे से ही जिले भर से मात्र 143 शिक्षकों की ड्यूटी 6-6 घण्टे के चक्रानुसार ट्रेन से उतरे यात्रियों का डिटेल भरने के लिए ड्यूटी लगाई गई है । ड्यूटी कर रहे शिक्षकों का आरोप है कि प्रशासन इस जोखिम भरे ड्यूटी में न तो ग्लब्स , न ही मास्क व न ही कैप तथा सेनेटाइजर उपलब्ध कराई है । रेलवे स्टेशन पर 13 काउंटरों पर 26 टेबल लगा कर ट्रेन से उतरे श्रमिकों का डिटेल प्राथमिक शिक्षक भर रहे है । घर जाने के जल्दीबाजी में यात्री टेबलों को घेर कर जल्दी डिटेल भरने की जिद्द कर रहे है । ड्यूटी कर रहे शिक्षकों का कहना है कि यात्रियों में कौन कोरोना पॉजिटिव है , इसका कोई पैमाना नही है । जबकि बिना सोसल डिस्टेंसिंग के यात्री शिक्षकों को घेर ले रहे है जो बिना सुरक्षा किट अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है ।
ड्यूटी कर रहे शिक्षकों का कहना है कि जब जनपद में जब 8000 शिक्षक/शिक्षा मित्र नियुक्त है तो मात्र 143 शिक्षकों से ही प्रतिदिन ड्यूटी क्यों लिया जा रहा है ? रोटेशन के आधार पर सभी शिक्षकों की ड्यूटी रेलवे स्टेशन पर लगाई जाय जिससे सभी शिक्षकों को 4 - 6 दिनों का अंतराल मिल सके । इसके अलावे रेलवे स्टेशन को प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराया जाए तथा ड्यूटी कर रहे शिक्षकों का बीमा कराते हुए पूरी सुरक्षा किट उपलब्ध कराई जाय । संघ के किसी पदाधिकारी या विभाग के किसी अधिकारी यहा तक कि नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा स्टेशन पहुच कर ड्यूटी दे रहे शिक्षकों की सुधि नही लेने पर शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त है । दो दोनों से बिना सुरक्षा किट के ड्यूटी कर रहे ओंकारनाथ सिंह,मनमोहन गुप्ता, जितेन्द्र कुमार सिंह,विजय यादव,रविन्द्र आर्या,विजय शंकर,मनोज सिंह,मनीष सिंह,सन्तोष तिवारी,संजय चौरसिया,फैजुल रहमान,अश्वनी कुमार आदि शिक्षकों ने रविवार से रेलवे स्टेशन की ड्यूटी से बहिष्कार की चेतावनी दिया है ।